शतकत्रयम् — 3.13
Original
Segmented
अवश्यम् यातारः चिरतरम् उष्य अपि विषया वियोगे को भेदस् त्यजति न जनो यत् स्वयम् अमून् व्रजन्तः स्वातन्त्र्याद् अतुल-परितापाय मनसः स्वयम् त्यक्ता ह्य् एते शम-सुखम् अनन्तम् विदधति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अवश्यम् | अवश्यम् | pos=i |
| यातारः | या | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| चिरतरम् | चिरतर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| उष्य | वस् | pos=vi |
| अपि | अपि | pos=i |
| विषया | विषय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वियोगे | वियोग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भेदस् | भेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्यजति | त्यज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| जनो | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यत् | यत् | pos=i |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| अमून् | अदस् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| व्रजन्तः | व्रज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| स्वातन्त्र्याद् | स्वातन्त्र्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| अतुल | अतुल | pos=a,comp=y |
| परितापाय | परिताप | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| मनसः | मनस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
| त्यक्ता | त्यज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ह्य् | हि | pos=i |
| एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| शम | शम | pos=n,comp=y |
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनन्तम् | अनन्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| विदधति | विधा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |