शतकत्रयम् — 3.21
Original
Segmented
तुङ्गम् वेश्म सुताः सताम् अभिमताः सङ्ख्या-अतिग सम्पदः कल्याणी दयिता वयः च नवम् इति अज्ञान-मूढः जनः मत्वा विश्वम् अनश्वरम् निविशते संसार-कारा-गृहे संदृश्य क्षण-भङ्गुरम् तद् अखिलम् धन्यः तु संन्यस्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तुङ्गम् | तुङ्ग | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| वेश्म | वेश्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुताः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सताम् | सत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| अभिमताः | अभिमन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सङ्ख्या | संख्या | pos=n,comp=y |
| अतिग | अतिग | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| सम्पदः | सम्पद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| कल्याणी | कल्याण | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| दयिता | दयिता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वयः | वयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| नवम् | नव | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| अज्ञान | अज्ञान | pos=n,comp=y |
| मूढः | मुह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मत्वा | मन् | pos=vi |
| विश्वम् | विश्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनश्वरम् | अनश्वर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| निविशते | निविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| संसार | संसार | pos=n,comp=y |
| कारा | कारा | pos=n,comp=y |
| गृहे | गृह | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| संदृश्य | संदृश् | pos=vi |
| क्षण | क्षण | pos=n,comp=y |
| भङ्गुरम् | भङ्गुर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अखिलम् | अखिल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| धन्यः | धन्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| संन्यस्यति | संन्यस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |