शतकत्रयम् — 3.30
Original
Segmented
ये संतोष-निरन्तर-प्रमुदितः तेषाम् न भिन्ना मुदो ये त्व् अन्ये धन-लुब्ध-सङ्कल-धियः तेषाम् न तृष्णा आहता इत्थम् कस्य कृते कुतः स विधिना कीदृः पदम् सम्पदाम् स्व-आत्मनि एव समाप्त-हेम-महिमा मेरुः न मे रोचते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| संतोष | संतोष | pos=n,comp=y |
| निरन्तर | निरन्तर | pos=a,comp=y |
| प्रमुदितः | प्रमुद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| भिन्ना | भिद् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| मुदो | मुद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्व् | तु | pos=i |
| अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| धन | धन | pos=n,comp=y |
| लुब्ध | लुभ् | pos=va,comp=y,f=part |
| सङ्कल | संकल | pos=n,comp=y |
| धियः | धी | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| तृष्णा | तृष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| आहता | आहन् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| इत्थम् | इत्थम् | pos=i |
| कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कृते | कृते | pos=i |
| कुतः | कुतस् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विधिना | विधि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| कीदृः | कीदृश् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| पदम् | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सम्पदाम् | सम्पद् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| आत्मनि | आत्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| समाप्त | समाप् | pos=va,comp=y,f=part |
| हेम | हेमन् | pos=n,comp=y |
| महिमा | महिमन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मेरुः | मेरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |