शतकत्रयम् — 3.32
Original
Segmented
भोगे रोग-मयम् कुले च्युति-भयम् वित्ते नृपालाद् भयम् माने दैन्य-भयम् बले रिपु-भयम् रूपे जराया भयम् शास्त्रे वादि-भयम् गुणे खल-भयम् काये कृतान्ताद् भयम् सर्वम् वस्तु भय-अन्वितम् भुवि नॄणाम् वैराग्यम् एव अभयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भोगे | भोग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| रोग | रोग | pos=n,comp=y |
| मयम् | मय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| कुले | कुल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| च्युति | च्युति | pos=n,comp=y |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वित्ते | वित्त | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| नृपालाद् | नृपाल | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| माने | मान | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| दैन्य | दैन्य | pos=n,comp=y |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| बले | बल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| रिपु | रिपु | pos=n,comp=y |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| रूपे | रूप | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| जराया | जरा | pos=n,g=f,c=5,n=s |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| शास्त्रे | शास्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वादि | वादिन् | pos=a,comp=y |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| गुणे | गुण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| खल | खल | pos=n,comp=y |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| काये | काय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कृतान्ताद् | कृतान्त | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वस्तु | वस्तु | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भय | भय | pos=n,comp=y |
| अन्वितम् | अन्वित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| नॄणाम् | नृ | pos=n,g=,c=6,n=p |
| वैराग्यम् | वैराग्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अभयम् | अभय | pos=n,g=n,c=1,n=s |