शतकत्रयम् — 3.44
Original
Segmented
यत्र अनेकः क्वचिद् अपि गृहे तत्र तिष्ठत्य् अथ एकः यत्र अपि एकः तदनु बहवः तत्र न एकः ऽपि च अन्ते इत्थम् नयौ रजनी-दिवसौ लोलयन् द्वाव् इव अक्षौ कालः कल्यो भुवन-फलके क्रीडति प्राणि-शारैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत्र | यत्र | pos=i |
| अनेकः | अनेक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| क्वचिद् | क्वचिद् | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| गृहे | गृह | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| तिष्ठत्य् | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अथ | अथ | pos=i |
| एकः | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| एकः | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदनु | तदनु | pos=i |
| बहवः | बहु | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| न | न | pos=i |
| एकः | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| इत्थम् | इत्थम् | pos=i |
| नयौ | नय | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| रजनी | रजनी | pos=n,comp=y |
| दिवसौ | दिवस | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| लोलयन् | लोलय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| द्वाव् | द्वि | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| इव | इव | pos=i |
| अक्षौ | अक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| कालः | काल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कल्यो | कल्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भुवन | भुवन | pos=n,comp=y |
| फलके | फलक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| क्रीडति | क्रीड् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| प्राणि | प्राणिन् | pos=n,comp=y |
| शारैः | शार | pos=n,g=m,c=3,n=p |