शतकत्रयम् — 3.62
Original
Segmented
स जातः को ऽप्य् आसीन् मदनरिपुणा मूर्ध्नि धवलम् कपालम् यस्य उच्चैस् विनिहितम् अलंकार-विधि नृभिः प्राण-त्राण-प्रवण-मति कैश्चिद् अधुना नमद्भिः कः पुंसाम् अयम् अतुल-दर्प-ज्वर-भरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जातः | जन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽप्य् | अपि | pos=i |
| आसीन् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| मदनरिपुणा | मदनरिपु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| मूर्ध्नि | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| धवलम् | धवल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| कपालम् | कपाल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उच्चैस् | उच्चैस् | pos=i |
| विनिहितम् | विनिधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| अलंकार | अलंकार | pos=n,comp=y |
| विधि | विधि | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| नृभिः | नृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| प्राण | प्राण | pos=n,comp=y |
| त्राण | त्राण | pos=n,comp=y |
| प्रवण | प्रवण | pos=a,comp=y |
| मति | मति | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| कैश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अधुना | अधुना | pos=i |
| नमद्भिः | नम् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुंसाम् | पुंस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अतुल | अतुल | pos=a,comp=y |
| दर्प | दर्प | pos=n,comp=y |
| ज्वर | ज्वर | pos=n,comp=y |
| भरः | भर | pos=a,g=m,c=1,n=s |