शतकत्रयम् — 3.68
Original
Segmented
चेतः चिन्तय मा रमाम् सकृद् इमाम् अस्थायिनीम् आस्थया भूपाल-भ्रुकुटी-कुटी-विहरण-व्यापार-पण्य-अङ्गनाम् कन्था-कञ्चुकिनः प्रविश्य भवन-द्वाराणि वाराणसी-रथ्या-पङ्क्तिषु पाणि-पात्र-पतिताम् भिक्षाम् अपेक्षामहे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| चेतः | चेतस् | pos=n,g=n,c=8,n=s |
| चिन्तय | चिन्तय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मा | मा | pos=i |
| रमाम् | रम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| सकृद् | सकृत् | pos=i |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अस्थायिनीम् | अस्थायिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| आस्थया | आस्था | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| भूपाल | भूपाल | pos=n,comp=y |
| भ्रुकुटी | भ्रुकुटि | pos=n,comp=y |
| कुटी | कुटी | pos=n,comp=y |
| विहरण | विहरण | pos=n,comp=y |
| व्यापार | व्यापार | pos=n,comp=y |
| पण्य | पण्य | pos=n,comp=y |
| अङ्गनाम् | अङ्गना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| कन्था | कन्था | pos=n,comp=y |
| कञ्चुकिनः | कञ्चुकिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
| भवन | भवन | pos=n,comp=y |
| द्वाराणि | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| वाराणसी | वाराणसी | pos=n,comp=y |
| रथ्या | रथ्या | pos=n,comp=y |
| पङ्क्तिषु | पङ्क्ति | pos=n,g=f,c=7,n=p |
| पाणि | पाणि | pos=n,comp=y |
| पात्र | पात्र | pos=n,comp=y |
| पतिताम् | पत् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| भिक्षाम् | भिक्षा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अपेक्षामहे | अपेक्ष् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |