शतकत्रयम् — 3.70
Original
Segmented
प्राप्ताः श्रियः सकल-काम-दुघाः ततः किम् न्यस्तम् पदम् शिरसि विद्विषताम् ततः किम् सम्पादिताः प्रणयिनो विभवैस् ततः किम् कल्पम् स्थितास् तनुभृताम् तनवस् ततः किम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्राप्ताः | प्राप् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| श्रियः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| सकल | सकल | pos=a,comp=y |
| काम | काम | pos=n,comp=y |
| दुघाः | दुघ | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| ततः | ततस् | pos=i |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न्यस्तम् | न्यस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| पदम् | पद | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| शिरसि | शिरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| विद्विषताम् | विद्विष् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| ततः | ततस् | pos=i |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सम्पादिताः | सम्पादय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| प्रणयिनो | प्रणयिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| विभवैस् | विभव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| ततः | ततस् | pos=i |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कल्पम् | कल्प | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स्थितास् | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तनुभृताम् | तनुभृत् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तनवस् | तनु | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| ततः | ततस् | pos=i |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |