शतकत्रयम् — 3.77
Original
Segmented
गात्रम् संकुचितम् गतिः विगलिता भ्रष्टा च दन्त-आवली दृष्टिः नक्ष्यति वर्धते बधिर-ता वक्त्रम् च लालायते वाक्यम् न आद्रियते च बान्धव-जनः भार्या न शुश्रूषते हा कष्टम् पुरुषस्य जीर्ण-वयसः पुत्रो ऽप्य् अमित्रायते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गात्रम् | गात्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| संकुचितम् | संकुञ्च् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| विगलिता | विगल् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| भ्रष्टा | भ्रंश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| दन्त | दन्त | pos=n,comp=y |
| आवली | आवलि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| दृष्टिः | दृष्टि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| नक्ष्यति | नश् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| वर्धते | वृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| बधिर | बधिर | pos=a,comp=y |
| ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वक्त्रम् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| लालायते | लालाय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| आद्रियते | आदृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |
| बान्धव | बान्धव | pos=n,comp=y |
| जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भार्या | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| शुश्रूषते | शुश्रूष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| हा | हा | pos=i |
| कष्टम् | कष्ट | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुरुषस्य | पुरुष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जीर्ण | जीर्ण | pos=a,comp=y |
| वयसः | वयस् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पुत्रो | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽप्य् | अपि | pos=i |
| अमित्रायते | अमित्राय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |