शतकत्रयम् — 3.82
Original
Segmented
माने म्लायिनि खण्डिते च वसुनि व्यर्थे प्रयाते ऽर्थिनि क्षीणे बन्धु-जने गते परिजने नष्टे शनैः यौवने युक्तम् केवलम् एतद् एव सुधियाम् यत् जह्नुकन्या-पयः-पूताः ग्राव-गिरीन्द्र-कन्दर-तटी-कुञ्जे निवासः क्वचित्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| माने | मान | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| म्लायिनि | म्लायिन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| खण्डिते | खण्डय् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| वसुनि | वसु | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| व्यर्थे | व्यर्थ | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| प्रयाते | प्रया | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| ऽर्थिनि | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| क्षीणे | क्षि | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| बन्धु | बन्धु | pos=n,comp=y |
| जने | जन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| परिजने | परिजन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| नष्टे | नश् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| शनैः | शनैस् | pos=i |
| यौवने | यौवन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| केवलम् | केवल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| सुधियाम् | सुधी | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| जह्नुकन्या | जह्नुकन्या | pos=n,comp=y |
| पयः | पयस् | pos=n,comp=y |
| पूताः | पू | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ग्राव | ग्रावन् | pos=n,comp=y |
| गिरीन्द्र | गिरीन्द्र | pos=n,comp=y |
| कन्दर | कन्दर | pos=n,comp=y |
| तटी | तटी | pos=n,comp=y |
| कुञ्जे | कुञ्ज | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| निवासः | निवास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |